पत्रकारिता मतलब समाज के मुद्दों को उठाना, जनता की आवाज बनकर उनके हक के लिए सरकार से लड़ना, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना, सरकारों की गलत नीतियों को जनता के सामने लाना और सच क्या हैं यह जनता को बताना। वास्तव में देखा जाए तो पत्रकारिता एक ऐसी शक्ति हैं, जो किसी भी सत्ता की चूलें हिला कर रख सकती हैं लेकिन अगर यही पत्रकारिता जिम्मेदारियों के साथ नहीं की जाए तो जनता, समाज और सरकार के लिए हानिकारक भी साबित हो सकती हैं।
#सचिन खंडेलवाल